झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र के चौथे दिन भारी हंगामे के बीच स्पीकर ने सदन की कार्यवाही गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दिया। वहीं, कार्यवाही स्थगित होने के बाद भी मुख्यमंत्री से अपने सवालों का जवाब चाह रही मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा के विधायक नेता प्रतिपक्ष के नेतृत्व में सदन में बैठे रहे। इधर, राज्य के सत्ताधारी दल के विधायकों ने भाजपा नेता के इस एक्शन को नौटंकी करार देते हुए कहा कि इससे उनका कोई भला नहीं होगा, जनता इसका जवाब जरूर देगी।
झारखंड विधानसभा की कार्यवाही स्थगित होने पर पूर्व सीएम चंपई सोरेन कहा कि विपक्ष का काम सवाल उठाना है और हमारा काम उसका जवाब देना। हमने घोषणा पत्र में जो भी कहा है हम उसे निभाएंगे। सदन को चलाने में विपक्ष की भी भागीदारी होनी चाहिए, वे छोटी-छोटी बार पर शोर करेंगे तो ऐसे में सदन नहीं चल पाएगा।
वहीं झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक सुदिव्य कुमार सोनू ने कहा कि यह सवाल तो विपक्षी दलों के नेताओं से पूछना चाहिए कि वह सदन के अंदर यह नौटंकी क्यों कर रहे हैं। सुदिव्य कुमार सोनू ने कहा कि लोकतंत्र के इस मंदिर में जनता की भावनाओं के अनुरूप प्रश्न पूछने के लिए उन्हें मतदाताओं ने सदन में भेजा है। सदन में नौटंकी करने के लिए उन्हें जनता ने चुनकर नहीं भेजा है। सत्ता पक्ष मजबूती से विपक्ष का प्रतिकार करेगा।