बगहा : वीटीआर से भटककर एक तेंदुआ रिहायशी क्षेत्र में पहुंच गया। जो बगहा दो प्रखंड के नरवल बरवल पंचायत के पिपरा सरेह में हरहा नदी के किनारे फसल रखवारी हेतु लगाए गए कटीले तार में फंस गया। तेंदुआ तार से छूटने का जितना ही प्रयास कर रहा था, उतना ही तार में फंसता जा रहा था। तेंदुए की दहाड़ से पूरा इलाका सन्न हो गया। जब ग्रामीण हरहा नदी के किनारे पहुंचे तो देखें कि एक तेंदुआ कटीले तार में फंसा हुआ है।
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तब पर्यावरण प्रेमी गजेन्द्र यादव द्वारा इसकी सूचना वन विभाग को दी गई। सूचना मिलने के बाद बगहा रेंज के रेंजर सुनील कुमार सहयोगी वनकर्मियों के साथ टेकुलाइजर गन के साथ मौके पर पहुंचे। जहां तेंदुए को तार में फंसे हुए पाया गया। जिसके बाद टेकुलाइजर गन से सूट कर तेंदुए के बेहोश किया गया। बेहोशी की हालत में तेंदुए को कटीले तार से बाहर निकल गया और मरहम पट्टी कर वीटीआर के जंगल में छोड़ दिया गया।

रेंजर सुनील कुमार ने बताया की फसल रखवाली हेतु किसान द्वारा कटीले तारों से खेत को घेरा गया था। तेंदुआ उस तार में फंस गया था। रेंजर ने लोगों से अपील की गई है कि खेतों में जाएं तो झुंड में और शोर मचाते हुए जाएं। ज्ञात हो कि जंगली जानवरों द्वारा किसानों के फसलों को भारी नुकसान पहुंचाया जा रहा है। जिसको देखते हुए किसान सुरेश चौधरी द्वारा अपने सरसों की खेत की रखवाली करने हेतु खेत के चारों तरफ तार का बाड़ लगाया गया था, जिसमें तेंदुआ फंसकर जख्मी हो गया।