पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में बीते तीन दिन से बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं. लेकिन दूसरे दिन से यह प्रदर्शन हिंसक रूप ले चुका है. पाकिस्तानी सेना ने प्रदर्शनकारियों पर फायरिंग की है. इस घटना में 12 लोगों के मौत होने जानकारी सामने आई है, जबकि 200 लोगों के घायल हुए हैं. यह हाल के वर्षों में इस क्षेत्र में सबसे बड़ा विरोध प्रदर्शन है. सरकार से अपनी 38 मांगे पूरी न होने के विरोध में शुरू हुआ यह प्रदर्शन अब व्यापक आंदोलन के रूप में बदल गया है.
विजयादशमी पर बिहार को पीएम मोदी का 10, 219 करोड़ की सौगात
यह विरोध प्रदर्शन जम्मू कश्मीर संयुक्त आवामी एक्शन कमेटी (एएसी) के नेतृत्व में चल रहा है. इस आंदोलन का मुख्य लक्ष्य पाकिस्तान में रह रहे कश्मीरी शरणार्थियों के लिए पीओके में आरक्षित 12 विधान सभा सीटों को समाप्त करने को लेकर है. इसके साथ ही वे अन्य मांग भी लेकर आए हैं, जिनमें करों में छूट, आटा और बिजली में सब्सिडी और विकास परियोजनाओं को पूरा करना शामिल है.
पाकिस्तान में यह बीते कुछ दिनो में सबसे बड़ी घटना है. पिछले हफ्ते खैबर पख्तूनख्वा में 30 लोग मारे गए थे. पाकिस्तानी वायु सेना ने इन निहत्थे लोगों पर हवाई हमला किया था. पाकिस्तान ने चीन निर्मित जेएफ-17 से इस क्षेत्र में गोलीबारी की थी.






















