बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण के तहत सिकंदरा (सुरक्षित) विधानसभा क्षेत्र में नामांकन प्रक्रिया आज संपन्न हो गई। कुल 15 उम्मीदवारों ने अपने नामांकन पत्र दाखिल किए थे, लेकिन संवीक्षा (scrutiny) के दौरान केवल 10 प्रत्याशियों के कागजात वैध पाए गए। शेष 5 उम्मीदवारों के नामांकन पत्रों में तकनीकी त्रुटियों के कारण रद्द कर दिए गए।
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निर्वाची पदाधिकारी सह एडीएम रविकांत सिन्हा ने बताया कि नामांकन की अंतिम तिथि 18 अक्टूबर को थी, जब विभिन्न दलों के चार उम्मीदवारों ने पर्चा दाखिल किया था। इनमें एआईएमआईएम के मनोज कुमार दास, राजद के उदय नारायण चौधरी, कांग्रेस के विनोद चौधरी और निर्दलीय उदय रविदास प्रमुख हैं। कुल मिलाकर, वैध उम्मीदवारों में प्रमुख दलों के प्रतिनिधि और निर्दलीय प्रत्याशी शामिल हैं। यह सीट अनुसूचित जाति (SC) के लिए आरक्षित है, जहां वर्तमान विधायक भी मैदान में हैं। नामांकन रद्द होने वाले उम्मीदवारों में कागजातों में अपूर्ण जानकारी, जमानत राशि की कमी और अन्य तकनीकी खामियां मुख्य कारण रहीं। अब नामांकन वापसी की अंतिम तिथि 22 अक्टूबर है, उसके बाद अंतिम उम्मीदवारों की सूची जारी हो जाएगी।
बिहार चुनाव आयोग के अनुसार, सिकंदरा सहित पहले चरण की 121 सीटों पर कुल 1,314 उम्मीदवार मैदान में हैं, लेकिन स्थानीय स्तर पर सिकंदरा में मुकाबला त्रिकोणीय या चतुष्कोणीय रहने की संभावना है। मतदान 6 नवंबर को होगा, जबकि वोटों की गिनती 14 नवंबर को निर्धारित है। स्थानीय मतदाता उत्साहित हैं और विकास, शिक्षा व रोजगार जैसे मुद्दों पर बहस तेज हो गई है। उम्मीदवारों ने प्रचार अभियान तेज कर दिया है, जबकि सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के निर्देश दिए गए हैं।