‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ विधेयक को लेकर सियासी घमासान तेज हो गया है। शुक्रवार को कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने इस विधेयक को लोकसभा में पेश किया, जिसके बाद सदन में जोरदार बहस छिड़ गई। विपक्ष के हंगामे के बीच इस बिल पर वोटिंग हुई। यह पहली बार हुआ जब लोकसभा में इलेक्ट्रॉनिक मशीन के जरिए वोटिंग कराई गई। लेकिन इस प्रक्रिया को लेकर कई विपक्षी सांसदों ने हंगामा भी किया। उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग पर सवाल खड़े किए।
विपक्ष की इस आपत्ति पर गृह मंत्री अमित शाह ने हस्तक्षेप किया। इलेक्ट्रॉनिक मशीन से जब वोटिंग कराई गई तो इस बिल के पक्ष में कुल 220 और विपक्ष में 149 वोट पड़े। कुल 369 सदस्यों ने वोट डाला। लेकिन जब पर्ची से वोटिंग हुई तो इस बिल के पक्ष में 269 सांसदों ने मतदान किया जबकि इसके खिलाफ 198 सांसदों ने वोटिंग की।
लोकसभा में ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ विधेयक पेश, विपक्ष ने बताया संघीय ढांचे पर हमला
बता दें कि कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ‘संविधान (129वां संशोधन) विधेयक 2024’ लोकसभा में पेश किया। ‘वन नेशन-वन इलेक्शन’ पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा, ‘वन नेशन-वन इलेक्शन’ बिल पर पूरे विपक्ष को एक साथ होना चाहिए इसलिए एक साथ होना चाहिए क्योंकि ये कोई नई बिल नहीं लाई जा रही है। 1966 तक हम ‘वन नेशन-वन इलेक्शन’ में ही चल रहे थे कांग्रेस ने कसम खा ली है कि पीएम नरेंद्र मोदी के हर पहल को विरोध करेंगे। तो कुछ कहा नहीं जा सकता है…ये ‘वन नेशन-वन इलेक्शन’ देश, विकास के लिए है पूरी जनता चाहती है तो विपक्ष को साथ देना चाहिए और एक मत से पास करना चाहिए’
‘वन नेशन-वन इलेक्शन’ पर भाजपा सांसद संजय जयसवाल ने कहा, “…इस देश के पूर्व राष्ट्रपति के अध्यक्षता में एक समिति बनी। उस समिति ने सभी लोगों से बात करके एक निर्णय पर पहुंची है और उसको कैबिनेट ने मंजूरी दी। मुझे लगता है हर सांसद को खुले दिल से इस विचार करना चाहिए। संसद बनी ही है कि हम कानून को ढंग से लागू कर सके….वो लोग क्यों विरोध कर रहे हैं इस पर बात करें..”