पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने शनिवार को संसद में एक गंभीर आरोप लगाया और प्रवर्तन निदेशालय (ED) पर गुंडागर्दी करने का आरोप लगाया। पप्पू यादव ने मध्यप्रदेश के आष्टा में एक कारोबारी दंपत्ति द्वारा आत्महत्या करने के मामले का हवाला देते हुए कहा कि ED की कार्रवाई के कारण यह घटना घटी। उन्होंने सदन में कहा, “ED कार्रवाई के नाम पर गुंडागर्दी कर रही है। यह एक गंभीर मामला है। आष्टा में एक कारोबारी दंपत्ति ने ED की दबाव के चलते आत्महत्या कर ली।”
पप्पू यादव ने आरोप लगाया कि ED ने मृतक कारोबारी के बच्चों पर भी दबाव डाला था। उनके अनुसार, ED ने बच्चों से कहा था कि अगर वे राहुल गांधी के खिलाफ बयान देंगे तो उन्हें छोड़ दिया जाएगा। इस बयान में पप्पू यादव ने ED की कार्रवाई को ‘शर्मनाक’ करार दिया और यह कहा कि एजेंसी के इस तरह के रवैये से लोकतंत्र और मानवीय मूल्यों की हत्या हो रही है। यह बयान संसद में एक बड़े विवाद को जन्म दे सकता है, क्योंकि ED पर अक्सर आरोप लगाए जाते रहे हैं कि वह राजनीतिक दबाव में आकर कार्रवाई करती है और सत्ता के खिलाफ आवाज उठाने वालों को निशाना बनाती है।
पप्पू यादव का यह बयान इस प्रकार के आरोपों को और बल देने वाला हो सकता है। उनके इस आरोप पर सरकार और ED की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन यह मामला राजनीतिक और मीडिया में चर्चा का विषय बन सकता है।