बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की रणभेरी बजते ही राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने आज पटना में अपने संयुक्त घोषणा पत्र (संकल्प पत्र) को औपचारिक रूप से जारी कर दिया। यह कार्यक्रम पटना के एक प्रमुख होटल में आयोजित किया गया, जहां केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, केंद्रीय मंत्री एवं हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (सेकुलर) के नेता जीतन राम मांझी, केंद्रीय मंत्री एवं लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान, राष्ट्रीय लोक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा सहित एनडीए के अन्य प्रमुख नेताओं ने मंच साझा किया।
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यह संकल्प पत्र बिहार के आगामी पांच वर्षों के विकास एजेंडे पर केंद्रित है, जिसमें स्वास्थ्य, कृषि, रोजगार, शिक्षा और बुनियादी ढांचे जैसे क्षेत्रों पर विशेष जोर दिया गया है। कार्यक्रम सुबह 9:30 बजे शुरू हुआ, जहां जेपी नड्डा ने कहा, “यह संकल्प पत्र बिहार की जनता के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का प्रतीक है। नीतीश कुमार जी के नेतृत्व में बिहार ने जो प्रगति हासिल की है, उसे हम और तेजी से आगे बढ़ाएंगे।” मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि यह दस्तावेज राज्य की समृद्धि और समावेशी विकास का ब्लूप्रिंट है।
यह घोषणा पत्र विपक्षी महागठबंधन (आरजेडी-कांग्रेस गठबंधन) द्वारा 28 अक्टूबर को जारी किए गए ‘तेजस्वी प्रण पत्र’ के जवाब के रूप में देखा जा रहा है, जिसमें विपक्ष ने हर परिवार में एक नौकरी का वादा किया था। एनडीए नेताओं ने विपक्ष के वादों को “खोखले” बताते हुए कहा कि उनकी सरकार के पिछले कार्यों (जैसे सात निश्चय योजना) ही बिहार की असली ताकत हैं।






















