जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने अपने गृह ज़िले रोहतास के करगहर में एक विशाल जनसभा को संबोधित किया। यह रैली उनकी राज्यव्यापी “बदलाव यात्रा” का हिस्सा थी। कोनार गांव के मूल निवासी होने के कारण इलाके में खासा उत्साह देखने को मिला और हजारों की संख्या में लोग उन्हें सुनने के लिए उमड़े।
तेजस्वी यादव ने चिराग पासवान से पूछा.. CM बनना है तो खुलकर बोलिये, ड्र्रामा क्यों कर रहे
सभा को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा, “यह भीड़ सिर्फ करगहर की नहीं, बल्कि पूरे बिहार की है। लोग अब बदलाव चाहते हैं। लालू, नीतीश और मोदी सरकार से वे ऊब चुके हैं।” उन्होंने बिहार में शिक्षा, रोजगार और पलायन की समस्याओं का जिक्र करते हुए कहा कि राज्य के लोग अब एक नया और ठोस राजनीतिक विकल्प तलाश रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि अब तक बिहार के पास कोई व्यावहारिक विकल्प नहीं था, लेकिन इस नवंबर में बिहार में जनता का राज स्थापित होगा।

सम्राट चौधरी पर तीखा प्रहार
प्रशांत किशोर ने बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और उनके पिता शकुनी चौधरी पर भी करारा हमला बोला। उन्होंने याद दिलाया कि, “कभी शकुनी चौधरी ने नरेंद्र मोदी को लेकर कहा था कि उन्हें इसी धरती में गाड़ देंगे, लेकिन आज उनका बेटा मोदी जी के चरणों में बैठा है।” उन्होंने सम्राट चौधरी पर कटाक्ष करते हुए कहा, “कभी मुरेठा बांधकर कहते थे कि नीतीश कुमार को हटाएंगे, अब वही नीतीश को बिहार का कल्याणकर्ता बता रहे हैं।”
JDU ने चेता दिया BJP को- नीतीश कुमार ही होंगे सीएम.. महाराष्ट्र का खेल बिहार में नहीं होगा
लालू, नीतीश और पेंशन पर निशाना
राजद प्रमुख लालू यादव पर हमला करते हुए किशोर ने कहा, “लालू यादव कब पार्टी के अध्यक्ष नहीं थे? वह तो हमेशा से सर्वेसर्वा रहे हैं।” मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा, “नीतीश अब मानसिक रूप से अचेतन अवस्था में हैं, उन्हें खुद नहीं पता वे क्या कह रहे हैं।”

राज्य सरकार द्वारा वृद्धजन पेंशन बढ़ाने के फैसले पर उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “यह जनता के दबाव का नतीजा है। पहले 400 रुपये की भीख दी जाती थी, अब 1100 की गई है। छठ के बाद इसे 2000 रुपये कर दिया जाएगा, यह चुनावी मजबूरी है, नीयत नहीं।”