बिहार विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है, वैसे-वैसे सियासी रण तेज होता जा रहा है। बुधवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी (RahuI Gandhi Bihar Rally) ने भी मैदान में उतरते हुए मुजफ्फरपुर और दरभंगा की रैलियों से चुनावी अभियान की शुरुआत की। मंच साझा करते हुए उन्होंने आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के साथ एक बार फिर नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकारों पर तीखा प्रहार किया।
राहुल गांधी ने अपने भाषण में कहा कि बिहार के युवाओं को “रोजगार के झूठे सपने” दिखाए जा रहे हैं। उन्होंने नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि लंबे कार्यकाल के बावजूद राज्य में बेरोजगारी चरम पर है और नौजवान पलायन करने को मजबूर हैं। राहुल ने कहा कि “नीतीश कुमार की सरकार ने नौकरी का वादा किया, लेकिन युवाओं को सिर्फ इंतज़ार मिला।”
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केंद्र सरकार पर हमला करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि मोदी सरकार देश को कुछ उद्योगपतियों के हवाले कर चुकी है। “ये सरकार सिर्फ दो-तीन बड़े उद्योगपतियों के लिए काम करती है। छोटे व्यापारी, मजदूर और किसान इनके एजेंडे से बाहर हैं,” उन्होंने कहा। राहुल ने यह भी जोड़ा कि “बड़े कॉरपोरेट्स को जमीन दी जा रही है, लेकिन किसानों का कर्ज माफ नहीं किया जा रहा।”
दरभंगा की रैली में राहुल गांधी ने बेरोजगारी, महंगाई और किसानों की दुर्दशा जैसे मुद्दों पर जनता से सीधा संवाद साधा। उन्होंने कहा कि “यह चुनाव बिहार के भविष्य का चुनाव है—ऐसा भविष्य जहां हर युवा को सम्मानजनक नौकरी मिले और किसान को उसकी मेहनत का उचित मूल्य।”
इसी मंच से बिहार कांग्रेस प्रभारी कृष्णा अल्लावरु ने महागठबंधन के विजन को जनता के सामने रखते हुए कहा, “हमारा एजेंडा साफ है—जनता के मुद्दों पर चुनाव। हमारा घोषणापत्र समाधान पर आधारित है, जबकि एनडीए के पास न तो चेहरा है, न योजना। वे सिर्फ नकारात्मक राजनीति कर रहे हैं।”






















