‘इंडिया’ गठबंधन में राष्ट्रीय संयोजक के मुद्दे पर आरजेडी और कांग्रेस के बीच बढ़ती दूरियों ने बिहार की राजनीति में हलचल मचा दी है। RJD ने ममता बनर्जी को गठबंधन का संयोजक बनाने का सुझाव देकर कांग्रेस से असहमति जता दी है। यह कदम दोनों दलों के दो दशक पुराने रिश्ते में दरार का संकेत देता है।
कांग्रेस ने RJD के इस सुझाव का कड़ा जवाब दिया है, जिसके बाद से बिहार में दोनों दलों के बीच संवादहीनता की स्थिति बन गई है। बीते कुछ महीनों से ‘इंडिया’ गठबंधन की कोई साझा बैठक नहीं हुई है, जिससे सहयोगी दलों के बीच एकजुटता पर सवाल उठने लगे हैं।
RJD नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव इन दिनों पार्टी कार्यकर्ताओं से संवाद यात्रा पर निकले हुए हैं। हालांकि, इस यात्रा में उन्होंने गठबंधन के अन्य दलों के नेताओं से मुलाकात नहीं की है। इससे यह स्पष्ट हो रहा है कि गठबंधन के भीतर मतभेद और संवादहीनता का असर भविष्य की राजनीतिक रणनीतियों पर पड़ सकता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि ‘इंडिया’ गठबंधन की सभी पार्टियां इस समय अपने-अपने हिसाब से कार्यक्रम चला रही हैं। अगर यह स्थिति बनी रहती है, तो इसका सीधा प्रभाव आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में गठबंधन की एकजुटता और प्रभावशीलता पर पड़ सकता है।