बिहार विधानसभा चुनाव (RJD Bihar Election 2025) जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं, महागठबंधन (Mahagathbandhan) के भीतर सीट बंटवारे को लेकर रस्साकशी तेज होती जा रही है। सीटों पर अभी अंतिम फैसला नहीं हुआ है, लेकिन राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने इस बीच बड़ा कदम उठाते हुए अपने उम्मीदवारों को सिंबल बांटना शुरू कर दिया है। इस कदम ने बिहार की राजनीति में नई हलचल मचा दी है।
तेजस्वी यादव सोमवार को दिल्ली गए थे और कांग्रेस नेता राहुल गांधी से फोन पर बातचीत भी हुई, लेकिन आमने-सामने की मुलाकात नहीं हो सकी। इसके बावजूद पटना लौटते ही RJD ने अपने प्रत्याशियों को टिकट देना शुरू कर दिया। पार्टी ने परबत्ता से डॉ. संजीव कुमार, मटिहानी से बोगो सिंह, हथुआ से राजेश कुशवाहा, मनेर से भाई वीरेंद्र, साहेबपुर कमाल से ललन यादव, और संदेश से दीपू यादव (किरण देवी के पुत्र) को टिकट दिया है।
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खासकर परबत्ता सीट से डॉक्टर संजीव कुमार का नामांकन चर्चा में है। कभी जेडीयू के विधायक रहे डॉक्टर संजीव अब आरजेडी के उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतर चुके हैं। गोगरी अनुमंडल कार्यालय पहुंचकर उन्होंने नामांकन दाखिल किया और कहा कि उनका उद्देश्य “बिहार को लेबर हब नहीं, इंडस्ट्रियल हब बनाना” है। उन्होंने कहा, “हम बेरोजगारी मिटाने और तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाने के लिए चुनाव लड़ रहे हैं। जनता के बीच मैं विकास के भरोसे से जा रहा हूं।”

नामांकन के बाद परबत्ता के भगवान हाई स्कूल मैदान में उनकी विशाल जनसभा हुई, जहां समर्थकों की भारी भीड़ उमड़ी। सभा में लोगों ने नारे लगाए — “बदलाव का वक्त आ गया, तेजस्वी है भरोसे का नाम!” राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि संजीव कुमार का जेडीयू से राजद में आना, महागठबंधन की चुनावी रणनीति में अहम मोड़ साबित हो सकता है।
उधर, दरभंगा ग्रामीण सीट से राजद के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री ललित यादव ने भी आज नामांकन दाखिल किया। छह बार विधायक रह चुके यादव ने कहा कि वे इस बार अपने दल के पहले उम्मीदवार हैं जिन्होंने नामांकन किया है। उन्होंने दावा किया कि “तेजस्वी यादव की सरकार बनना तय है।”

मीडिया से बातचीत में ललित यादव ने कहा कि आरजेडी जनता के भरोसे चुनाव लड़ रही है। “पढ़ाई, दवाई, सिंचाई और कमाई” के एजेंडे के साथ-साथ “मां-बहन मान्य योजना” और “हर घर नौकरी” जैसे वादे ज़मीन पर उतरेंगे। महागठबंधन में मतभेदों की खबरों पर उन्होंने कहा, “महागठबंधन में कोई गांठ नहीं है, सब कुछ क्लियर हो जाएगा। हमारा मकसद सिर्फ बिहार का विकास है।”






















