नई दिल्ली : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सांसद शशि थरूर एक बार फिर अपने बयानों को लेकर विवादों में घिर गए हैं। इस बार भारत-पाकिस्तान तनाव पर उनकी टिप्पणी ने पार्टी आलाकमान को नाराज कर दिया है। सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस ने थरूर को सख्त हिदायत दी है कि वे संवेदनशील मुद्दों पर अपनी निजी राय जाहिर करने के बजाय पार्टी लाइन का पालन करें।
थरूर ने क्या कहा?
हाल ही में शशि थरूर ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत-पाकिस्तान तनाव पर दिए गए बयान की आलोचना की थी। थरूर ने ट्रंप के बयान को “बेहद निराशाजनक” बताते हुए चार कारण गिनाए थे। उन्होंने कहा था कि ट्रंप का रुख भारत और पाकिस्तान को बराबर मानने, कश्मीर मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय मंच पर लाने, और भारत-पाकिस्तान को एकसाथ जोड़ने की पुरानी नीति को वापस लाने जैसा है, जो भारत के लिए नुकसानदायक है।
थरूर ने यह भी कहा कि इससे आतंकवादियों के मंसूबों को बल मिलता है, जो कश्मीर को भारत का आंतरिक मामला मानने की नीति के खिलाफ है।
कांग्रेस आलाकमान की नाराजगी
कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि पार्टी में सभी को अपनी राय रखने की आजादी है, लेकिन थरूर ने इस बार “लक्ष्मण रेखा” लांघ दी है। पार्टी का कहना है कि ऐसे संवेदनशील मुद्दों पर व्यक्तिगत राय जाहिर करना ठीक नहीं है। हाल ही में पहलगाम आतंकी हमले के बाद कांग्रेस की यह तीसरी हाई-लेवल बैठक थी, जिसमें राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाद्रा, जयराम रमेश, केसी वेणुगोपाल, सचिन पायलट और शशि थरूर समेत कई वरिष्ठ नेता शामिल थे।
बैठक के बाद जयराम रमेश ने साफ किया, “थरूर की टिप्पणी पार्टी की राय नहीं है।”