भारत ने रेल आधारित मोबाइल लॉन्चर प्रणाली से मध्यम दूरी की ‘अग्नि-प्राइम’ मिसाइल का सफल परीक्षण किया. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ‘अग्नि-प्राइम’ परीक्षण पर कहा कि यह विशेष रूप से डिजाइन किए गए रेल-आधारित मोबाइल लॉन्चर से किया गया अपनी तरह का पहला परीक्षण है. अगली पीढ़ी की ‘अग्नि-प्राइम’ मिसाइल 2,000 किलोमीटर तक के टारगेट को भेद सकती है.
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इसमें कई नए और उन्नत फीचर्स मौजूद हैं.
1. सटीक निशाना साधने में से सक्षम है. उन्नत नेविगेशन सिस्टम से दुश्मन के ठिकाने को सटीक तरीके से टारगेट करेगी.
3. तेज रिएक्शन इसकी खासियत है. छोटे समय में ये लॉन्च हो सकती है.
3. मजबूत डिजाइन इसकी पहचान है. ये कैनिस्टर (बंद बॉक्स) में रखी जाती है. ऐसा करने से बारिश, धूल या गर्मी से ये बचा रहता है.
इस मिसाइल भारत को स्ट्रेटेजिक फोर्सेस कमांड (SFC) के लिए तैयार किया गया है. इसका परीक्षण ओडिशा के चांदीपुर इंटीग्रेटेड टेस्ट रेंज से सफलतापूर्वक किया गया.
कहीं भी, कभी भी हमला करने में सक्षम है मिसाइल
1. रेल नेटवर्क पर बिना किसी तैयारी के चल सकती है ये मिसाइल.
2. मिसाइल क्रॉस कंट्री मोबिलिटी देती है. इसका मतलब है कि इसे जंगल, पहाड़ या मैदान में आसानी से ले जाया जा सकता है.
3. कम विजिबिलिटी में काम कर सकता है. धुंध या रात में भी सुरक्षित है से मिसाइल.






















