शिक्षक की गरिमा को धूल में मिलाता यह मामला न सिर्फ पूर्णिया, बल्कि पूरे समाज के लिए एक झटका है। एक निजी स्कूल के 48 वर्षीय शिक्षक वरुण ठाकुर पर 11 साल की मासूम छात्रा ने चौंकाने वाला आरोप लगाया है कि वह चार साल से उसे “नंबर बढ़ाने” के नाम पर यौन शोषण कर रहा था। घटना की भयावहता का अंदाजा इसी से लगाइए कि परिजनों ने आक्रोश में आकर शिक्षक की जमकर पिटाई की और उसे पुलिस के हवाले कर दिया।
मैट्रिक एग्जाम सेंटर पर शराबी जवान कर रहा था परीक्षा में ड्यूटी, नशे घुत जवान को लेकर मची खलबली
“सर मोबाइल नंबर मांगते थे… गंदी नजरों से घूरते थे”: पीड़िता का दर्द
घटना पूर्णिया के मरंगा थाना क्षेत्र के ततमा टोली स्थित एक इंग्लिश मीडियम स्कूल की है। पीड़िता, जो अब 7वीं कक्षा में है, ने बताया कि जब वह चौथी क्लास में थी, तभी से शिक्षक वरुण उससे “किस” की मांग करते थे। उसने कहा कि “सर मेरा मोबाइल नंबर मांगते, गंदी नजरों से घूरते और नंबर बढ़ाने के बहाने मुझे डराते।” हैरानी की बात यह कि पीड़िता ने पहले स्कूल प्रबंधन से शिकायत की, लेकिन “स्कूल ने आंखें मूंद लीं।”
परिजनों का आक्रोश: “इंसाफ नहीं मिला तो खुद ही बने हाकिम”
जब स्कूल ने कार्रवाई नहीं की, तो परिजनों ने न्याय अपने हाथ में लेते हुए शिक्षक को स्कूल में घेरकर पीटा और पुलिस को सौंप दिया। पुलिस ने वरुण ठाकुर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। पीड़िता के पिता ने गुस्से में कहा कि “हमारी बेटी चार साल से रोज डर के साए में जी रही थी। स्कूल ने हमारी आवाज दबा दी, लेकिन अब इंसाफ मिलेगा।”
शिक्षक वरुण ठाकुर ने सभी आरोपों को “झूठ” बताया है और कहा है कि उसे “फंसाया जा रहा है।” वहीं, स्कूल प्रबंधन ने एक विरोधाभासी बयान दिया है। प्रिंसिपल संजय कुमार ठाकुर ने कहा कि “यह पहली बार है जब ऐसा आरोप सामने आया है,” जबकि पीड़िता ने दावा किया कि “स्कूल की अन्य महिला शिक्षिकाएं भी वरुण सर से परेशान हैं।”