अमित शाह जेपी की जयंती पर बिहार आकर लौट गए। लेकिन उनका बिहार आना अभी तक महागठबंधन को खटक रहा है। गुरुवार, 13 अक्टूबर को पटना पहुंचे तेजस्वी यादव ने कहा कि अमित शाह इवेंट मैनेजर हैं। जेपी की जयंती उनके लिए एक इवेंट था। शामिल होकर लौट चुके हैं। उनको जेपी से कोई मतलब नहीं है।
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‘तानाशाही पर बोलें अमित शाह‘
तेजस्वी यादव ने कहा कि अमित शाह को देश में फैली तानाशाही पर बोलना चाहिए। जेपी का पूरा आंदोलन ही तानाशाही पर था। आज उससे भी बुरी स्थिति आ गई है। चंद लोगों की सरकार है। अमित शाह को अपनी सरकार के तानाशाही रवैए की चर्चा करनी चाहिए।
चेहरा दिखाने वालों में नहीं हैं जगदानंद : तेजस्वी
वहीं राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह की नाराजगी के सवाल पर तेजस्वी ने जवाब दिया कि वो बिल्कुल नाराज नहीं हैं। नाराज होते हैं तो मीडिया में बोलते। यही नहीं तेजस्वी ने कहा कि जगदा बाबू चेहरा दिखाने वालों में नहीं हैं। प्रदेश अध्यक्ष थे तो सामने दिख जाते थे। उससे पहले भी सब काम कर देते थे लेकिन आगे नहीं आते थे। तेजस्वी यादव ने कहा कि वैसे भी हमारे दल में नाराजगी नहीं बातचीत में सहमति या असहमति होती है।