1952 में अस्तित्व में आयी हरसिद्धि विधानसभा सीट पर शुरुआत में कांग्रेस का वर्चस्व रहा. इस सीट पर कई पार्टियों ने चुनाव लड़ा और जीता। वही वर्तमान में इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी का दबदबा हैं और कृष्णा नंदन पासवान यहां से विधायक हैं. पूर्वी चंपारण जिले की हरसिद्धि विधानसभा सीट पर वर्तमान में भाजपा का कब्जा है. 2020 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के कृष्णा नंदन पासवान ने राजद के कुमार राजेंद्र को हराया था. वही 2015 में राजद प्रत्याशी राजेंद्र कुमार ने जीत दर्ज की.
राजनीतिक इतिहास
पिछले दो दशक में जेडीयू एक भी चुनाव हरसिद्धि विधानसभा से नहीं जीत पाई है. वहीं, एलजेपी कांग्रेस के बाद दूसरी ऐसी पार्टी है, जिसने दो बार इस विधानसभा सीट से चुनाव जीता है. पहली बार 2005 फरवरी के विधानसभा चुनाव में एलजेपी के अवधेश प्रसाद कुशवाहा ने जेडीयू के महेश्वर सिंह को हराया था. अब तक इस सीट पर हुए चुनावों में सात बार कांग्रेस, दो बार लोजपा और एक-एक बार राजद, भाजपा, समता पार्टी, जनता दल, जनता पार्टी, कांग्रेस (ओ) और सीपीआई ने यहां से जीत हासिल की. सबसे अधिक इस सीट पर सात बार जीत दर्ज करने वाली कांग्रेस को यहां 1990 में आखिरी बार जीत मिली थी. इसके बाद से यह सीट भाजपा समेत क्षेत्रिय दलों के खाते में जाती रही है.
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हरसिद्धी विधानसभा सीट की बिहार विधानसभा में सीट क्रम संख्या 13 है और अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है. यह विधानसभा क्षेत्र पूर्वी चंपारण जिले में पड़ता है और यह पूर्वी चंपारण (लोकसभा) निर्वाचन क्षेत्र का एक हिस्सा भी है. 2008 में परिसीमन आयोग की सिफारिश के बाद हरसिद्धी विधानसभा सीट में हरसिद्धी और तुरकौलिया सामुदायिक विकास ब्लॉक को शामिल किया गया.
पिछले चुनाव के नतीजे
सबसे पहले 2020 में हुए विधानसभा चुनाव की बात करे तो इस सीट पर भाजपा प्रत्याशी कृष्णा नंदन पासवान जीत हासिल की उन्हें 84,615(49.71%) वोट मिला था, जबकि दूसरे नंबर पर रहे राजद के कुमार राजेंद्र को 68,930(40.50%) वोट मिले थे. 2020 में इस सीट पर कुल 63.23 प्रतिशत वोटिंग हुई थी.
2015 के विधानसभा चुनाव में हरसिद्धी विधानसभा सीट (SC) पर राष्ट्रीय जनता दल के राजेंद्र कुमार ने जीत हासिल की थी. उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के कृष्णनंदन पासवान को 10,267 मतों के अंतर से हराया था. राजेंद्र कुमार को 49.9% वोट मिले जबकि कृष्णनंदन पासवान को 43.1% वोट हासिल हुए. इस सीट पर 8 उम्मीदवार मैदान में थे. इस सीट पर 64.4% मतदान हुआ था.
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2010 में हुए विधानसभा चुनाव में इस सीट पर भाजपा के कृष्णंदन पासवान ने जीत हासिल की उन्हें 48,130(46.87%) प्रतिशत वोट मिलें थे, वही दूसरे नंबर पर रहे राजद के सुरेंद्र कुमार को 30,066 (29.28%) वोट मिले थे. 2010 में इस सीट पर कुल 54.89 प्रतिशत वोटिंग हुई थी.
जातीय समीकरण
हरसिद्धि विधानसभा सीट पर मुस्लिम वोटरों का दबदबा है. रविदास और कोइरी वोटर भी निर्णायक भूमिका में हैं. इस सीट पर सबसे ज्यादा 71.1% वोटिंग 2000 के चुनाव में हुई थी. 2015 में यहां 63.6% वोट पड़े थे, जो 2010 की तुलना में करीब 10% ज्यादा थे.
जनसंख्या
हरसिद्धि (एससी) विधानसभा में एससी मतदाताओं की संख्या लगभग 43,349 है जो 2011 की जनगणना के अनुसार लगभग 16.18% है। एसटी मतदाता लगभग 348 हैं जो लगभग 0.13% है। मुस्लिम मतदाताओं की संख्या लगभग 49,564 है जो मतदाता सूची विश्लेषण के अनुसार लगभग 18.5% है। वहीं ग्रामीण मतदाताओं की संख्या लगभग 267,915 है जो 2011 की जनगणना के अनुसार लगभग 100% है।






















