बिहार एमएलसी चुनाव के नतीजे गुरूवार को आ चुके है। जिसमें नवादा से निर्दलीय प्रत्याशी अशोक यादव (Ashok Yadav) ने 1434 वोटों के साथ जबरदस्त जीत हासिल की। जिसके बाद अब उनके राजनैतिक भविष्य को लेकर चर्चा तेज हो गई हैं। अनुमान लगाया जा रहा की क्या वह पूर्व विधायक व उनके चाचा राजबल्लभ प्रसाद का इतिहास दुहराते हुए राजद को ज्वाईन करेंगे या फिर दिवंगत विधायक पिता स्व. कृष्णा प्रसाद की तरह भाजपा का दामन थामेंगे। इसे लेकर राजनीतिक गल्यारों में खूब अटकले लगाई जा रही है।
नवनिर्वाचित एमएलसी ने दिया जवाब
बता दें कि नवनिर्वाचित एमएलसी अशोक यादव ने अपनी तरफ से साफ कर दिया है कि चाचा राजबल्लभ प्रसाद ही उनके राजनैतिक भविष्य का फैसला लेंगे। साथ ही उन्होंने कहा वह जो भी फैसला लेंगे, वहीं मेरा फैसला होगा। हालांकि भाजपा में शामिल होने के सवाल पर उन्होंने सीधे शब्दों में कहा कि उनके चाचा का फैसला ही अंतिम होगा।
राजबल्लभ प्रसाद यादव है राजद से नाराज
मिली जानकारी के अनुसार राजबल्लभ प्रसाद यादव आजकल राजद से काफी खफा है। वहीं ख़बरें तो यह भी है की नाराजगी के कारण ही उन्होंने अपनी ही भतीजे को मैदान में उतारकर राजद को करारा जवाब दिया हैं। साथ ही राजनीतिक जानकारों का कहना है कि राजबल्लभ प्रसाद यादव जल्द ही बीजेपी में अपने भतीजे को ज्वाइन करा सकते हैं। हालांकि नवादा में जदयू कहीं नहीं नजर आ रही। जहां नवादा में हमेशा जदयू और राजद में घमासान होता आया है लेकिन इस बार वहां निर्दलीय झंडा गाड़ कर अशोक यादव ने भारी मतों से एमएलसी चुनाव में जीत हासिल की हैं। भाजपा में अशोक यादव आएंगे या नहीं ,यह तो अभी तय नहीं है लेकिन भाजपा पार्टी के सदस्यों ने अशोक यादव से मुलाकात करना शुरू कर दिया हैं।