बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर इस बार निर्वाचन आयोग ने कई नई पहलें की हैं, ताकि मतदाताओं को अधिक सुविधा मिल सके। आयोग की सबसे बड़ी पहल मोबाइल फोन से जुड़ी है। पहली बार मतदाता मतदान केंद्र तक मोबाइल फोन लेकर आ सकेंगे। हालांकि, बूथ के अंदर मोबाइल ले जाने की अनुमति नहीं होगी। इसके लिए आयोग ने एक लाख लेमिनेटेड जूट पॉकेट खरीदने का निर्णय लिया है। इन पॉकेट्स में मतदाताओं के मोबाइल सुरक्षित रखे जाएंगे और बूथ से 100 मीटर दूर यह व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।
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निर्वाचन विभाग का कहना है कि मतदान के दिन हर बूथ के बाहर मोबाइल रखने की सुविधा उपलब्ध होगी। मतदाताओं को बूथ से निर्धारित दूरी पर ही मोबाइल रखना होगा। इस व्यवस्था का उद्देश्य यह है कि वोट डालते समय मोबाइल के कारण कोई असुविधा न हो और मतदान प्रक्रिया पूरी तरह से निष्पक्ष व सुरक्षित बनी रहे।
चुनाव को व्यवस्थित और पारदर्शी बनाने के लिए निर्वाचन विभाग केवल मोबाइल पॉकेट और इपिक कार्ड तक सीमित नहीं है। बड़ी मात्रा में अन्य चुनावी सामग्री भी खरीदी और तैयार की जा रही है। प्रत्याशियों के लिए 4000 हैंडबुक और निर्वाचन व्यय पुस्तिका, पीठासीन पदाधिकारियों के लिए एक लाख हैंडबुक, मतदाता पंजी के एक लाख प्रतियां और मतदाता मार्गदर्शिका की करीब 1 करोड़ 40 लाख कॉपियां छपवाई जा रही हैं। इन सभी सामग्रियों का उद्देश्य मतदाताओं और चुनावी प्रक्रिया से जुड़े सभी पक्षों को सही मार्गदर्शन और पारदर्शी वातावरण देना है।






















