नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए बुधवार को सभी 70 सीटों पर मतदान संपन्न हो गया। अब पूरे देश की नजरें 8 फरवरी को होने वाली मतगणना पर टिकी हैं। इस चुनाव में सत्ताधारी आम आदमी पार्टी (AAP), भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिला। मतदान के बाद विभिन्न एजेंसियों द्वारा एग्जिट पोल के नतीजे जारी कर दिए गए हैं, जिनमें बड़े उलटफेर की संभावना जताई गई है।
BJP की वापसी का अनुमान
पीपुल्स पल्स और कोडमो जैसी एजेंसियों ने भाजपा को बड़ी जीत मिलने का दावा किया है। उनके एग्जिट पोल के अनुसार,
✅ भाजपा को 51 से 60 सीटें मिल सकती हैं
✅ आम आदमी पार्टी 20 से नीचे सिमट सकती है
✅ कांग्रेस की स्थिति भी कमजोर रहने के आसार
अगर यह अनुमान सही साबित होते हैं, तो 27 साल बाद दिल्ली में भाजपा की सरकार बनने जा रही है। इससे पहले 1998 में भाजपा सत्ता से बाहर हुई थी और उसके बाद कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने बारी-बारी से दिल्ली पर राज किया।
क्या AAP के लिए मुश्किलें बढ़ीं?
पिछले चुनावों में एग्जिट पोल्स ने आम आदमी पार्टी की सरकार बनने की भविष्यवाणी की थी, और 2020 में अरविंद केजरीवाल की पार्टी ने शानदार जीत दर्ज कर 62 सीटें जीती थीं। लेकिन इस बार एग्जिट पोल AAP के लिए खराब संकेत दे रहे हैं। शराब घोटाले और मुख्यमंत्री बदलने जैसी घटनाओं के चलते आम आदमी पार्टी की लोकप्रियता में गिरावट देखी गई है।
क्या Exit Poll सटीक साबित होंगे?
एग्जिट पोल जनता के वोटिंग पैटर्न का केवल एक अनुमान होते हैं, और कई बार वास्तविक नतीजों से भिन्न साबित होते हैं। 2020 में AAP को 59-68 सीटों का अनुमान दिया गया था, जबकि उसे 62 सीटें मिली थीं। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या भाजपा की ऐतिहासिक वापसी होगी या आम आदमी पार्टी नतीजों में वापसी करेगी।
अब असली फैसला 8 फरवरी को ईवीएम से निकलेगा।