बिहार की राजनीति में एक बार फिर बड़ा भूचाल आ गया है! राजद के सांसद सुधाकर सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार पर सनसनीखेज आरोप लगाए हैं। उन्होंने दावा किया कि बिहार ग्रीन डेवलपमेंट फंड के नाम पर 25 करोड़ रुपये का बजट बौद्ध फाउंडेशन के जरिए हेराफेरी कर दिया गया। आरोप है कि इस फाउंडेशन की अध्यक्ष कोई और नहीं, बल्कि IAS दीपक कुमार की बेटी ईशा वर्मा हैं।
बिहार ग्रीन डेवलपमेंट फंड: सरकार के बजाय ‘बौद्ध फाउंडेशन’ को पैसा क्यों?
सुधाकर सिंह का आरोप है कि 25 करोड़ रुपये का बजट सीधे सरकार के पर्यावरण विभाग को न देकर एक निजी फाउंडेशन को दिया गया। फाउंडेशन की अध्यक्ष ईशा वर्मा सरकार में किसी पद पर नहीं हैं, फिर भी वह बजट मीटिंग में कैसे शामिल हुईं? क्या सरकार के अंदरूनी लोगों ने मिलकर इस योजना को बनाया और इसे लागू किया? सुधाकर सिंह ने कहा कि यह सवाल इसलिए उठ रहे हैं क्योंकि वित्त विभाग ने गोपनीय रूप से इस बजट को तैयार किया था, लेकिन ईशा वर्मा ने खुद इस फंड से जुड़ी जानकारी सोशल मीडिया पर साझा की थी।
‘नीतीश सरकार में लूट तंत्र स्थापित हो गया है’ – सुधाकर सिंह
सुधाकर सिंह ने सरकार को घेरते हुए नीतीश कुमार पर सीधा हमला बोला। उन्होंने कहा कि “बिहार में शासन नाम की कोई चीज नहीं बची है। सरकार अब केवल अपनों को फायदा पहुंचाने में लगी है। दीपक कुमार को पहले ट्रांसफर-पोस्टिंग के लिए जाना जाता था, लेकिन अब राज्य के खजाने को लूटने में भी उनकी संलिप्तता सामने आ रही है।”
उन्होंने मांग की कि इस मामले की निष्पक्ष जांच करवाई जाए और दोषियों पर सख्त कार्रवाई हो।
मामला अब पीएम मोदी और राज्यपाल तक पहुंचा, जांच की उठी मांग
सुधाकर सिंह ने इस पूरे मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार के राज्यपाल को पत्र लिखकर जांच की मांग की है। उन्होंने बिहार आर्थिक अपराध इकाई (EOU) से भी इस मामले की उच्चस्तरीय जांच करने की अपील की है।