झारखंड भाजपा में एक नई राजनीति का अध्याय शुरू हो चुका है। पार्टी ने राज्य में विधायक दल के नेता के रूप में बाबूलाल मरांडी का चयन किया है। अब वह राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के रूप में अपनी भूमिका निभाएंगे। इस महत्वपूर्ण फैसले के बाद बाबूलाल मरांडी ने भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व और विधायकों का आभार व्यक्त किया, साथ ही पार्टी की नीतियों और सिद्धांतों के साथ गरीब, दलित, आदिवासी समाज के अधिकारों के लिए संघर्ष करने का संकल्प लिया।
झारखंड में भाजपा विधायक दल का नेता चुनने के लिए पार्टी ने केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव और भाजपा ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. के लक्ष्मण को पर्यवेक्षक के तौर पर भेजा था। इन दोनों नेताओं की उपस्थिति में बाबूलाल मरांडी का नाम पार्टी के विधायक दल के नेता के रूप में तय किया गया। इससे पार्टी के अंदर एकजुटता का संदेश गया और भाजपा के कार्यकर्ताओं में उत्साह की लहर दौड़ गई।
बाबूलाल मरांडी ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, “भाजपा विधायक दल का नेता चुने जाने पर मैं आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय पर्यवेक्षक भूपेंद्र यादव, प्रदेश प्रभारी लक्ष्मीकांत वाजपेयी और सभी साथी विधायकों का आभार व्यक्त करता हूं। मैं पार्टी की नीतियों और सिद्धांतों के साथ जनता की आवाज बनकर गरीब, दलित, शोषित और आदिवासी समाज के अधिकारों और उनकी समस्याओं को उठाने के लिए पूर्ण निष्ठा और क्षमता के साथ कार्य करूंगा।”
बाबूलाल मरांडी का झारखंड की राजनीति में बड़ा स्थान है। वह इससे पहले राज्य के मुख्यमंत्री रह चुके हैं और अब भाजपा के विधायकों ने उन्हें विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के तौर पर चुना है। बाबूलाल मरांडी झारखंड की राजनीति में एक मजबूत और प्रभावशाली नेता माने जाते हैं। उनकी मुख्यमंत्री के रूप में सेवाएं और उनके नेतृत्व में किए गए फैसले राज्य में आज भी चर्चा का विषय बने हुए हैं। उनका अनुभव और पार्टी के प्रति निष्ठा झारखंड भाजपा के लिए एक मजबूत आधार साबित हो सकते हैं।