भले ही बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तारीखों का आधिकारिक ऐलान अभी बाकी हो, लेकिन भारतीय जनता पार्टी ने अपने संगठनात्मक मशीनरी को पूरी तरह सक्रिय कर दिया है। भाजपा ने राज्य में सत्ता वापसी की मंशा को मजबूती देने के लिए दो अहम रणनीतिक कदम उठाए हैं — 13 सदस्यीय घोषणापत्र समिति (Manifesto Committee) और 45 सदस्यीय चुनाव अभियान समिति (Election Campaign Committee) का गठन। यह केवल औपचारिक कदम नहीं, बल्कि स्पष्ट संकेत है कि भाजपा मिशन 2025 को लेकर जमीनी स्तर से तैयारी शुरू कर चुकी है।

घोषणापत्र समिति का दायित्व राज्य के सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक हालात को ध्यान में रखते हुए ऐसा विजन डॉक्युमेंट तैयार करना है, जो केवल वादों तक सीमित न रहे, बल्कि स्थानीय मुद्दों, रोजगार, कृषि सुधार, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में ठोस समाधान प्रस्तुत करे। पार्टी का दावा है कि यह घोषणापत्र जनता की अपेक्षाओं का वास्तविक प्रतिबिंब होगा और बिहार के विकास को नई दिशा देगा।
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दूसरी ओर, 45 सदस्यीय चुनाव प्रचार समिति में केंद्रीय मंत्री, सांसद, विधायक, संगठन से जुड़े वरिष्ठ नेता और पूर्व जनप्रतिनिधियों को शामिल किया गया है। इस समिति की कमान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिलीप कुमार जायसवाल को सौंपी गई है, जो बिहार की जमीनी राजनीति में लंबे समय से सक्रिय हैं। समिति का प्रमुख कार्य प्रदेश के हर कोने तक भाजपा के चुनावी संदेश को पहुंचाना और बूथ स्तर पर कार्यकर्ताओं की सक्रियता सुनिश्चित करना होगा। इसके अतिरिक्त, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, और अन्य बड़े नेताओं के चुनावी दौरों का समन्वय भी यही टीम संभालेगी।






















