पटना एयरपोर्ट पर 17 दिसंबर से विंटर शेड्यूल (Patna Airport Winter Schedule) लागू होते ही हवाई यात्रा की तस्वीर बदल गई है। हर साल की तरह इस बार भी दिसंबर के तीसरे सप्ताह से जनवरी तक घने कोहरे और कम विजिबिलिटी की आशंका को देखते हुए उड़ानों की संख्या घटा दी गई है और कई फ्लाइट्स के समय में बदलाव किया गया है। इसका असर केवल शेड्यूल तक सीमित नहीं है, बल्कि यात्रियों की यात्रा योजनाएं भी इससे सीधे तौर पर प्रभावित हो रही हैं।
नए विंटर शेड्यूल को डीजीसीए की मंजूरी मिलने के बाद 17 दिसंबर से 31 जनवरी 2026 तक लागू किया गया है। इस अवधि में पटना एयरपोर्ट से कुल 41 जोड़ी उड़ानों का संचालन होगा। इनमें सबसे बड़ा हिस्सा इंडिगो एयरलाइंस का है, जिसकी 29 जोड़ी उड़ानें तय की गई हैं। इसके अलावा एयर इंडिया की 6 जोड़ी, जबकि स्पाइसजेट और एयर इंडिया एक्सप्रेस की 3-3 जोड़ी उड़ानें इस शेड्यूल में शामिल हैं। आंकड़ों पर नजर डालें तो साफ दिखता है कि सर्दियों में हवाई कनेक्टिविटी पहले के मुकाबले सीमित हो गई है।
विंटर शेड्यूल लागू होने से पहले इंडिगो पटना से रोजाना 28 से 30 उड़ानों का संचालन कर रही थी, लेकिन अब यह संख्या घटकर 23 जोड़ी रह गई है। इसका सीधा मतलब है कि यात्रियों के पास कम विकल्प होंगे और भीड़ बढ़ने की आशंका भी रहेगी। खासकर त्योहारों और शादी-ब्याह के मौसम में यह कटौती यात्रियों के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकती है।
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इस बार यात्रियों को एक और झटका उन रूट्स पर लगा है, जहां सीधी उड़ानों को फिलहाल शेड्यूल से बाहर रखा गया है। पटना से गुवाहाटी, देवघर और जयपुर के लिए 31 जनवरी तक कोई डायरेक्ट फ्लाइट उपलब्ध नहीं होगी। इन शहरों की यात्रा करने वाले यात्रियों को अब कनेक्टिंग फ्लाइट्स का सहारा लेना पड़ेगा, जिससे न सिर्फ यात्रा का समय बढ़ेगा बल्कि टिकट का खर्च भी ज्यादा हो सकता है।
दिल्ली-पटना-दिल्ली सेक्टर, जो हमेशा से सबसे व्यस्त रूट माना जाता है, वहां भी उड़ानों की संख्या 17 से घटकर 14 रह गई है। इनमें इंडिगो की 7, एयर इंडिया की 4, एयर इंडिया एक्सप्रेस की 2 और स्पाइसजेट की एक उड़ान शामिल है। मुंबई रूट पर भी उड़ानों की संख्या 6 से घटकर 5 कर दी गई है। बेंगलुरु के लिए इंडिगो की 4 और एयर इंडिया एक्सप्रेस की एक फ्लाइट संचालित होगी, जबकि हैदराबाद सेक्टर पर पूरी तरह इंडिगो का दबदबा बना रहेगा।
विंटर शेड्यूल के तहत दिल्ली के लिए दिन की पहली उड़ान एयर इंडिया की होगी, जो सुबह 9:40 बजे दिल्ली से पटना पहुंचेगी और 10:25 बजे पटना से दिल्ली के लिए रवाना होगी। वहीं दिल्ली के लिए आखिरी फ्लाइट स्पाइसजेट की होगी, जो रात 10:25 बजे उड़ान भरेगी। अन्य शहरों के लिए भी उड़ानों को सीमित समय स्लॉट में रखा गया है ताकि कोहरे के समय उड़ान संचालन से जुड़े जोखिम को कम किया जा सके।
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दिलचस्प बात यह है कि विंटर शेड्यूल लागू होने से पहले ही मौसम ने उड़ानों को प्रभावित करना शुरू कर दिया है। मंगलवार को इंडिगो की दिल्ली और कोलकाता सेक्टर की दो जोड़ी उड़ानें खराब मौसम और कम विजिबिलिटी के कारण रद्द करनी पड़ीं। इसके अलावा एयर इंडिया एक्सप्रेस, एयर इंडिया और इंडिगो की कई फ्लाइट्स एक से डेढ़ घंटे की देरी से रवाना हुईं। सुबह दिल्ली में कम विजिबिलिटी और शाम को पटना में बदले मौसम ने फ्लाइट ऑपरेशन को सबसे ज्यादा प्रभावित किया।
एयरपोर्ट प्रशासन का कहना है कि सर्दियों में कोहरे के कारण विजिबिलिटी तेजी से गिरती है। यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए एयरलाइंस एहतियातन उड़ानों की संख्या कम करती हैं और समय में बदलाव करती हैं। यही वजह है कि हर साल विंटर शेड्यूल के दौरान पटना एयरपोर्ट समेत उत्तर भारत के कई एयरपोर्ट्स पर फ्लाइट ऑपरेशन प्रभावित होता है।
आने वाले दिनों में विंटर शेड्यूल और लगातार खराब मौसम के कारण यात्रियों को फ्लाइट कैंसिलेशन, देरी और सीमित विकल्पों जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। एयरपोर्ट प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि वे यात्रा पर निकलने से पहले अपनी फ्लाइट की स्थिति जरूर जांच लें, ताकि आखिरी समय में होने वाली असुविधा से बचा जा सके।





















