नई दिल्ली: कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने नेशनल हेराल्ड मामले को लेकर भाजपा सांसद बांसुरी स्वराज के बयान पर तीखा पलटवार किया है। मंगलवार को दीक्षित ने कहा कि नेशनल हेराल्ड का मामला “बिल्कुल साफ-सुथरा और सुलझा हुआ है।” उन्होंने इस मामले में भाजपा पर राजनीतिक लाभ लेने का आरोप लगाया। दीक्षित ने कहा, “कंपनियां आपस में शेयर होल्डिंग बदलती हैं, नाम बदलती हैं। यह (यंग इंडिया लिमिटेड) एक गैर-लाभकारी कंपनी है, जिसमें वे (भाजपा) क्या दिखाना चाहते हैं, वही जानते हैं। बहरहाल, यह मामला कोर्ट के सामने है।” उन्होंने आगे सवाल उठाया कि अगर खरीद की कीमत पर सवाल है, तो केंद्र सरकार से भी सवाल बनता है कि उसने एयर इंडिया को टाटा समूह को कितनी कीमत पर बेचा।
नेशनल हेराल्ड मामले की पृष्ठभूमि
नेशनल हेराल्ड मामला 2012 से चर्चा में है, जब बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर धोखाधड़ी और जमीन हड़पने का आरोप लगाते हुए एक निजी शिकायत दर्ज की थी। स्वामी ने दावा किया था कि यंग इंडिया नामक कंपनी के जरिए एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) की 5,000 करोड़ की संपत्ति पर कब्जा किया गया। आरोप है कि AJL ने कांग्रेस से 90.25 करोड़ का ब्याज-मुक्त ऋण लिया, जो कभी चुकाया नहीं गया। यह मामला अभी भी कोर्ट में विचाराधीन है।
एयर इंडिया बिक्री पर सवाल
दीक्षित ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए 2021 में एयर इंडिया की टाटा समूह को बिक्री का जिक्र किया। सरकार ने एयर इंडिया को 18,000 करोड़ में बेचा था, जबकि इसकी देनदारी 46,000 करोड़ की थी। इस सौदे की आलोचना कम कीमत पर बिक्री को लेकर हुई थी। दीक्षित ने कहा, “जब आप हमसे सवाल करते हैं कि कितने में खरीदा गया, तो हम भी पूछते हैं कि आपने एयर इंडिया कितने में बेचा?”
हाल ही में, भाजपा सांसद बांसुरी स्वराज ने नेशनल हेराल्ड मामले को लेकर कांग्रेस पर हमला बोला था। स्वराज ने एक जेपीसी बैठक में “नेशनल हेराल्ड की लूट” लिखा हुआ बैग लाकर कांग्रेस पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था। इस मुद्दे ने दिल्ली में सियासी सरगर्मी बढ़ा दी है।
चुनावी माहौल में तनातनी
दिल्ली में विधानसभा चुनाव से पहले यह विवाद दोनों पार्टियों के बीच तनाव को और गहरा सकता है। कांग्रेस और भाजपा एक-दूसरे पर भ्रष्टाचार और कुप्रबंधन के आरोप लगा रहे हैं, जिससे राजनीतिक माहौल गरमाया हुआ है।