[Team insider] झारखंड में 1932 खतियान लागू करने को लेकर लगातार विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। इसे लेकर जगह-जगह सभाएं की जा रही है। वहीं विधानसभा बजट सत्र के दौरान 1932 खतियान लागू करने को लेकर लोगों के द्वारा विधानसभा घेराव का भी कार्यक्रम आयोजन किया गया था, हालांकि प्रशासन के द्वारा रांची पहुंचने से पहले ही लोगों को रोक दिया गया था। यहां तक की हेमंत सरकार के अपने ही विधायक इस मामले को लेकर बागी हो गए हैं और सरकार को लगातार घेर भी रहे हैं। इस मामले को लेकर जेएमएम के सिल्ली से विधायक रहे अमित महतो और उनकी पत्नी सीमा महतो ने भी 1932 खतियान को लेकर जेएमएम पार्टी को छोड़ दिया है।
सोशल मीडिया पर एक वीडियो हो रहा है वायरल
वहीं सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी जमकर वायरल हो रहा है, जहां गठबंधन की सरकार में बेरमो से कांग्रेस विधायक रहे अनूप कुमार सिंह अपने ही क्षेत्र में लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा। लोगों ने आरोप लगाया है कि बजट सत्र के दौरान बेरमो विधायक ने 1932 के खतियान नियोजन नीति जैसे मुद्दों को नहीं उठाया। दरअसल बेरमो विधानसभा क्षेत्र में करोड़ों की योजना के शिलान्यास के लिए पहुंचे थे, जिसके बाद लोगों ने 1932 खतियान आधारित स्थान नीति की मांग को लेकर घेरा। भस्की पंचायत के लोग हाथों में काला झंडा लेकर बेरमो विधायक का विरोध कर अनूप सिंह मुर्दाबाद के नारे लगाय़े।
जेएमएम के मेनिफेस्टो में था, कांग्रेस के मेनिफेस्टो में नहीं
विधायक मनाने पहुंचे तो प्रदर्शनकारियों ने ही 1932 खतियान आधारित स्थानीय और नियोजन नीति, बेरोजगारी भत्ता सहित कई सवाल विधायक अनूप सिंह से पूछ डालें। आखिरकार अनूप सिंह जनता के तीखे बाणों से घायल कह दिया कि ये सारे वादे जेएमएम के मेनिफेस्टो में था। कांग्रेस के मेनिफेस्टो में नहीं और फिर चलते बने।