गोरखपुर: उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री ए.के. शर्मा ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए हालिया आतंकी हमले की कड़ी निंदा की है। इस हमले में 26 लोगों की जान चली गई थी, जिसमें दो विदेशी नागरिक भी शामिल थे। गोरखपुर में पत्रकारों से बातचीत के दौरान शर्मा ने कहा, “यह बहुत ही निंदनीय घटना है, इसकी जितनी निंदा की जाए कम है। न केवल देश, बल्कि पूरी दुनिया ने इस घटना पर अपना गुस्सा जाहिर किया है।”
शर्मा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान का भी समर्थन किया, जिसमें पीएम ने हमले के जिम्मेदार आतंकियों और उनके समर्थकों को कड़ा सबक सिखाने की बात कही थी। मंत्री ने बताया, “प्रधानमंत्री ने कहा था कि हम इसका ऐसा बदला लेंगे, जिसकी उन्होंने कल्पना भी नहीं की होगी।”
पहलगाम आतंकी हमला 22 अप्रैल 2025 को हुआ था, जिसकी जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े संगठन ‘द रेसिस्टेंस फ्रंट’ (TRF) ने ली थी। इस हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया है। भारत ने इस्लामाबाद पर सीमा पार आतंकवाद को समर्थन देने का आरोप लगाते हुए 1960 की सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया है, जिसे पाकिस्तान ने “युद्ध की कार्रवाई” करार देते हुए कड़ा जवाब देने की चेतावनी दी है।
बता दें ए.के. शर्मा, जो 1988 बैच के पूर्व आईएएस अधिकारी हैं और 2021 में स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल हुए थे, ने इस घटना को वैश्विक स्तर पर शांति के लिए खतरा बताया। शर्मा ने इससे पहले कोविड-19 संकट के दौरान भी उत्तर प्रदेश में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, जिसमें उन्होंने काशी कोविड रिस्पांस सेंटर की स्थापना में योगदान दिया था।
इस हमले के बाद भारत सरकार ने सख्त कदम उठाते हुए कश्मीर में आतंकियों की तलाश तेज कर दी है। तीन आतंकियों के स्केच भी जारी किए गए हैं। वहीं, अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने भी इस हमले की निंदा की है और भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव पर चिंता जताई है।