मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को जमुई जिले के झाझा और चकाई विधानसभा क्षेत्रों में जनसभाएं कर जदयू प्रत्याशियों दामोदर रावत और सुमित कुमार सिंह के पक्ष में वोट मांगा। भीड़ से खचाखच भरे झाझा के चांदवारी मैदान और चकाई के बटीया मैदान में नीतीश कुमार ने अपने विकास एजेंडे को जोरदार तरीके से रखा। उन्होंने कहा कि “बिहार की प्रगति के बिना देश की प्रगति संभव नहीं है”, और इसी मिशन को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वह मिलकर विकसित बिहार की दिशा में लगातार कार्य कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में याद दिलाया कि 2005 से पहले का बिहार गरीबी, अपराध और पिछड़ेपन का प्रतीक बन चुका था, लेकिन एनडीए गठबंधन सरकार के आने के बाद राज्य ने विकास की नई इबारत लिखी है। नीतीश कुमार ने कहा कि पिछले पांच वर्षों में राज्य सरकार ने 10 लाख लोगों को सरकारी नौकरी और 40 लाख से अधिक युवाओं को स्वरोजगार के अवसर दिए हैं। उन्होंने दावा किया कि अब बिहार में सड़कों का जाल बिछ चुका है, हर गांव में बिजली और पानी पहुंचा है, और कानून का राज स्थापित हो चुका है।
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नीतीश कुमार ने कहा कि आगामी कार्यकाल में सरकार एक करोड़ नए रोजगार और सरकारी नौकरी देने की दिशा में काम करेगी। उन्होंने कहा, “हमारा लक्ष्य सिर्फ सत्ता नहीं, बल्कि रोजगार और सम्मान से भरा हुआ विकसित बिहार है।” मुख्यमंत्री ने इस दौरान विपक्ष पर भी अप्रत्यक्ष हमला करते हुए कहा कि जो लोग बिहार को अंधेरे में धकेल चुके थे, वे अब फिर से जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन जनता सब जानती है।
सभा में जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारिणी उपाध्यक्ष संजय झा, झाझा प्रत्याशी दामोदर रावत और चकाई से प्रत्याशी सुमित कुमार सिंह ने भी जनसमर्थन की अपील की। जनसभा के दौरान “नीतीश फिर से” और “विकसित बिहार, नीतीश सरकार” जैसे नारे गूंजते रहे।






















